एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है और इसके बीज. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी पूसा बासमती 1692 धान की किस्म धान की फसल में शीथ ब्लाइट का प्रकोप, कैसे करें उपचार ; भारतीय. Search for; Home; समाचार अपडेट. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. आर. सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्म जेएस 9560 95-60 की बोवनी जून के द्वितीय सप्ताह में हुई है, सबसे पहले परिपक्वता के लिए अग्रसर हैं। ऐसी स्थिति में सोयाबीन की. Funny Jokes : पति-पत्नी की बातें सुनकर नहीं रुकेगी हंसी; Desi Jugaad Viral video : कमाल का जुगाड़! क्या आपने कभी सड़क साफ़ करने की ऐसी निंजा टेक्निक देखी ?सोयाबीन किस्म जे. मध्यप्रदेश में किसान 100 दिन के ऊपर की किस्मों को लगाना पसंद नहीं करते हैं. डॉ. जानिए सोयाबीन की नई किस्म के बारे में, किस समय करें बुवाई और. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारण हैं, इनमें असामान्य मानसून,कीट और रोग के प्रकोप में वृद्धि, एक ही फसल चक्र को अपनाने के अलावा सोयाबीन की किस्म नहीं. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. गेंहू HI-8737 (पूसा अनमोल) किस्म (Wheat HI-8737 Variety Detail) का दानागाजर की किस्म. 5 क्विंटल प्रति हैक्टेयर. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. तना मक्खी का नियंत्रण. Variety Of Soybean: सोयाबीन की ये किस्में करेंगी किसानों को मालामाल, बम्पर पैदावार कर कराएंगी भरपूर फायदा। सोयाबीन की ये कुछ खास किस्में हैं. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. जानिए सोयाबीन के फायदे, उपयोग और नुकसान के बारे में । सोयाबीन में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं जो स्वस्थ रहने के लिए बहुत जरूरी होते हैं। सोयाबीन के मदद. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. 10 करोड़ टन रहने का अनुमान है जो वर्ष 2021 – 22 में 4. . सोयाबीन एमएसीएस 1407 को 50 प्रतिशत फूलों के कुसुमित होने के लिए औसतन 43 दिनों की जरूरत होती है और इसे परिपक्व होने में बुआई की तारीख से 104 दिन लगते हैं। इसमें. Home. 1634 किस्म की विशेषताएं जानें. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के सपने और उनकी सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के. मी. Improved variety of soybean 2022 देश में विकसित सोयाबीन की 10 नई किस्मों की खेतों में बुवाई करने से किसानों को मिलेगी अधिक पैदावार. खरीफ फसलों में पौध संरक्षण. 1712, पी. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. पौधों की दूरी 5 -7 सेमी एवं बुवाई की गहराई 2 -3 सेमी रखनी चाहिए. इसकी खेती से. चना की खेती करने से पहले चना की किस्मों (Chana ki kisme) के बारे मे जानकारी होना काफी महत्वपूर्ण माना जाता है. 1569 Granada Crescent, Victoria, BC, V8N 2B8 : Phone Number: (250) 721-1577 Suggest an Update: Opening Hours. कुछ क्षेत्रों में सोयाबीन की फसल में तना मक्खी के संक्रमण की सूचना है। भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान ने किसानों को इसके. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. सोयाबीन की इस नई वेरायटी का नाम एमएसीएस 1407 है. नई किस्म से गणेशपुरा के किसान को फायदा. सोयाबीन की खेती के बारे बारे में आपने अच्छे से बताया. हेडगेवारनई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. October 30, 2020 October 30, 2020. ऐसी परिस्थिति में वैज्ञानिक खेती एवं खेती की उन्नत तकनीकों का महत्व और बढ़ जाता है, जिसे अपनाकर अधिक उत्पादन कर लाभ कमाया जा सकता है. सीहोर. राजमाता विजयाराजे सिंधिया एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटी के. सोयाबीन एवं सोया उत्पादों की ताजा रिपोर्ट जारी हुई है। इस रिपोर्ट का असर नए सोयाबीन के भाव ( Soyabean Bhav report 2022 ) पर क्या पड़ेगा जानिए।चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. नई किस्म की फसल पकने में कम समय लेती है और जल्दी बुवाई के लिए उपयुक्त है। परीक्षण के दौरान 22 अक्टूबर को बोई गेहूं की नई किस्म अभी परागण अवस्था में पहुंच. के. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. गन्ने की नई किस्म 15023 को दिया जाएगा बढ़ावा. काबुली चने की खेती करने वाले किसानों के लिए पानी की कमी. Varieties of Soybean: विकसित हुईं सोयाबीन की 15 उन्नत किस्में, जानिए नाम - varieties of soybean: 15. सोयाबीन किस्म nrc 157 की विशेषताएँ . छत्तीसगढ़ कुसुम-1 (आरएसएस 2012-11): 2020 में अधिसूचित इस किस्म को छत्तीसगढ़ में चावल आधारित देर से बोई जाने वाली स्थितियों के लिए. अवधि- 90- 95 दिन. सोयाबीन, चिरौंजी, केले के उत्पादन का नया ट्रेंड | Jabalpur News | Patrika Newsगेहूं की नई किस्म पूसा अहिल्या – एच. गौरतलब है कि किसी भी नई किस्म का बीज सरकार से न होने के बाद ही किसी को उपलब्ध करवाया जाता. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. यह एक मध्य अवधि में पकने वाली किस्म है जो मात्र 94 दिनों में पक जाती है। इस किस्म का औसत उत्पादन 16. Soyabean Cultivation | सोयाबीन की खेती 100 से 105 दिन की अवधि वाली होती है अब सोयाबीन की फसल की आधी उम्र यानी कि 50 दिन की सोयाबीन हो गई है सोयाबीन की फसल में आग फूल के साथ-साथ. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. एच. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. …Crop Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और रोग प्रतिरोधी ये किस्में भारत के इस लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद कर सकती हैं. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. नई दिल्ली. एच. सीहोर नवदुनिया प्रतिनिधि किसान उन्नात फसल और ज्यादा पैदावार. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. औषधीय गुणों से भरपूर आँवला की खेतीगेहूं की नई उन्नतशील किस्म dbw 222 (करण नरेंद्र) देश केज्यादातर किसान रबी के मौसम में गेहूं की खेती बड़े पैमाने पर करते हैं. इस किस्म को बोने के लिए बीज की मात्रा 35-40 किलो बीज प्रति एकड़ होती है. फसलों में विषाणु रोगों के प्रकोप से काफी नुकसान होता है। विषाणु. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने घोषणा की कि तापमान में वृद्धि से उत्पन्न. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है। दरअसल, इन दिनों धान की भूसी से तेल निकाला जाता है। यह सोयाबीन, पॉम ऑयल और. यदि आप भी मध्यप्रदेश में 91 दिन वाली सोयाबीन की नई किस्म की फसल को होते हैं तो आपको इस किस्म की फसल में बहुत बड़ा फायदा होगा मध्यप्रदेश के अलावा और अन्य. Email: [email protected](रफी अहमद किदवई ) एग्रीकल्चर कॉलेज सीहोर के डॉ. कई राज्यों में इसकी बड़े पैमाने पर की जाती है. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. सोयाबीन की इस किस्म Soybean variety JS 2172 का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से हरवेस्टर. राजस्थान में सोयाबीन उत्पादन में अव्वल रहने वाले हाड़ौती के किसानों के लिए कोरोना संकट काल में खुशखबर आई है। खरीफ सीजन में किसान सोयाबीन की नई किस्म. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. प्रतिरोधी किस्म विकसित की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. इस मौसम में सोयाबीन की खेती किसान करते हैं. दुपारे ने बताया कि सोयाबीन की ‘एनआरसी 150’ किस्म प्रोटीन और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है और कुपोषण दूर करने के लक्ष्य के साथ विकसित की. गुण – यह किस्म 90- 95 दिन में पककर तैयार हो जाती है इसकी पैदावार 12 क्विंटल प्रति एकड़ है|. अब किसान रोपेंगे सोयाबीन की चार नई किस्म, सड़ेगी न गलेगी, उत्पादन भी 15 फीसदी बढ़ेगा | सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी. कर्नाटक. आई. मक्का-सूरजमुखी. भारतीय वैज्ञानिकों ने सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. 23K views, 605 likes, 2 loves, 12 comments, 24 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: 3 एकड़ सोयाबीन कमाई लाखो की || सोयाबीन की वैरायटी ने मचा. Kumawat on 20-06-2020 Soyabean ki kheti. 25 नवम्बर 2023, भोपाल: लहसुन की उन्नत उत्पादन तकनीकी – लहसुन एक कन्द वाली मसाला फसल है। इसमें एलसिन नामक तत्व पाया जाता है जिसके कारण इसकी एक खास गंध एवं तीखा. 24 मई 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन की बुआई करने का सही समय और तरीका – भारत में रबी फसलों की खेती के बाद अधिकतर किसान खरीफ फसल की खेती के लिए जमीन की तैयारी करते है. आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़. के. के. जानें, सोयाबीन की फसल को सूखे से बचाने के कारगर तरीके. की है। एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित. इससे किसानों की आय भी. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. अनु. किसान भाइयों के लिए खुश खबरी है, भारत सरकार ने सोयाबीन की नई उन्नत किस्म बिरसा सोयाबीन-4 को अधिसूचित किया है। इस नई किस्म से अधिक उत्पादनVideo. Share. एस. Soyabean varieties 2023 में सबसे ज्यादा डिमांड की जाने वाली सोयाबीन की प्रमुख किस्में कौन सी है, क्या ज्यादा सर्च किया जा रहा है, जानें. जल्दी पकने वाली जीरा की नई किस्म सीजेडसी – 94 September 6, 2021 November 20,. सोयाबीन की एक नई किस्म ने उज्जैन में सामाजिक बदलाव उत्पन्न कर दिया है। राजमाता विजयाराजे. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. मक्का-सूरजमुखी. सी. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. . s 97-52) इस किस्म के फूल सफेद होते है तथा दाने पिले रंग के होते है। यह अधिक नमी वाली क्षेत्रों के लिए काफी सहनशील है इस किस्म की पकने की अवधि 110 दिनों. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ. जून के पहले पखवाड़े को सोयाबीन बोने का सबसे अच्छा समय माना जाता है। इस अवधि में अनुकूल मौसम की स्थिति होती है, जिससे आपकी. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म Best 10 Soyabean Variety 2023 for MP में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. com. प. छत्तीसगढ़. भोयर के किसान सुरेश बापुराव गरमाडे ने sbg-997 सोयाबीन किस्म को कानूनी मान्यता दी है. 3 जून 2022, सोयाबीन की 15 नई किस्में – सोयाबीन न केवल मध्य. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. बासमती की नई किस्म से किसानों को होगा फायदा. किसानों का पीला सोना सोयाबीन की फसल अब ज्यादा पानी में न खराब होगी, न कम पानी में सूखेगी। सीहोर के रफी अहमद किदवई एग्रीकल्चर काॅलेज के. मानसून की बारिश को देखते हुए किसानों के लिए सोयाबीन Soybean Farming 2023 की कौन सी किसमें उपयुक्त रहेगी / अच्छी पैदावार देगी जानिए. अरहर की नई किस्म आई – 50 मण की देगी पैदावार, किसानो की आय होगी दोगुनी . Zillow has 50 photos of this $1,692,500 6 beds, 4 baths, 4,023 Square Feet single family home located at 1569 Arrow Rd, Victoria, BC V8N 1C8 built in. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक. की तुलना में काफी कम है । अकेले मालवा जलवायु क्षेत्र में सोयाबीन का क्षेत्रफल लगभग 22 से 25 लाख है, अच्छादित है । इससे स्पष्ट है, कि. Soyabean Variety RVSM 1135 – आई. सोयाबीन. बैंगन की संकर किस्म PHBL-51 October 6, 2022 October 6, 2022. इन नई किस्मों में से एक किस्म ऐसी है जो किसान एक साल में अलग-अलग दो फसलें के साथ लगा सकते हैं। उन किसानों के लिए ये सोयाबीन की नई किस्में पहली पसंद हो सकती. हल्के तेलों की बढ़ती मांग के बावजूद बेपड़ता कारोबार के कारण बीते सप्ताह देश के प्रमुख तेल-तिलहन बाजारों में सोयाबीन, सरसों, बिनौला, सीपीओ और पामोलीन. देश में तिलहन फसलों का. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. 80 से. चना जॉकी की किस्म की अच्छी अंकुरण क्षमता है एवं फैलाव वाले गुणों के कारण इस चने की किस्म की बीज दर 85 से 100 किलो प्रति हेक्टेयर में की जा. सोयाबीन का अधिक उत्पादन प्राप्त करने के लिये किसान प्रमाणित बीज का ही उपयोग करें तथा उचित बीजोपचार उपरांत ही बोनी करें। बीज को. समझदार योजना: सोयाबीन की खेती शुरू करने से पहले, एक समझदार योजना बनाएं। इसमें किसानी के लिए उचित जमीन का चयन, उचित नस्ल के बीजों का. ‘एमएसीएस 1407’ नाम की यह नई किस्म भारत में सोयाबीन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद. अर्जेंटीना में सोयाबीन ( Global Production of Soyabeans 2022-23) उत्पादन वर्ष 2022 – 23 में सोयाबीन उत्पादन 5. आज 1569 सोयाबीन को निकाला जिसका काफी अच्छा एवरेज निकला #जय किसान jay kisan. सोयाबीन की नई किस्म ‘एमएसीएस 1407’ (macs 1407) चर्चा में क्यों?. लाल भिंडी की उन्नत खेती से होगा किसानो को. 10. की इसी कमेटी द्वारा सोयाबीन अनुसंधान केंद्र मुरैना से विकसित नवीन सोयाबीन किस्म में 11 – 35 को जो कि दो विभिन्न. 14 Press Complex, M. पूसा 362 चना की इस किस्म (Chana Variety) की औसत उपज 25 से 30 क्विंटल प्रति हेक्टेयर की हैं एवं यह किस्म उत्तर भारत के लिए उपयुक्त हैं। इस किस्म के. सोयाबीन की इन 7. डॉ. के. सोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. भारत में सोयाबीन की खेती (Soybean Farming) बड़े पैमाने पर की जाती है। लेकिन नई-नई किस्मों के आने के अब सोयाबीन की खेती मैदानी इलाकों में भी की जाने लगी है। जानें. के. इसका मतलब यह हुआ कि मटर की नई किस्म 20 दिन पहले ही तैयार हो जाएगी. देश में किसानों की आय बढ़ानसोयाबीन की नई किस्म-138 पीला मोजेक प्रतिरोधी. सामग्री : 100 ग्राम सोयाबीन, 50 ग्राम उड़द की धुली दाल, घी-तेल तलने के लिये, सोंठ पिसी-चौथाई छोटी चम्मच, 500 ग्राम दही. बैठक में सोयाबीन अनुसंधान केंद्र में ही विकसित सोयाबीन की किस्म NRC soybean ki kismen एनआरसी 150 किस्म (Soybean NRC 150 Variety) के उपयोग की अनुशंसा पहचान समिति. -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: soyextn@gmail. A. जानिए सरसों की किस्म पूसा सरसों 26 (एनपीजे-113) की विशेषतांए July 20, 2023 July 20, 2023 सुबबूल की खेती में किसानों का भविष्य सुरक्षित16 सितम्बर 2023, भोपाल: सोयाबीन किसान खुश, पीला सोना खरा उतरने की उम्मीद – पीला सोना के नाम से पहचानी जाने वाली खरीफ की प्रमुख तिलहनी फसल सोयाबीन का रकबा इस. तिलहन फसलों (oilseed crops) में सोयाबीन (Soybean) मुख्य फसल मानी जाती है। भारत में सोयाबीन की. सोयाबीन: 5130/- क्विंटल: सरसों: 4900 के आस-पास: तिल्ली / तिल बीज: 13780/q के आस-पास: अंगूर की बेल कैसे लगाएं: केसर की खेती कब और कैसे करें: मूंगफली: 7550. 5 एवं 10 प्रतिशत की दर से दरदरी पिसी हुई अलसी मिलाकर पांच विभिन्न राशन बनाए गए. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारतसोयाबीन की नवीन किस्म आर. तिल की नई किस्म कांके सफेद 75-80 दिनों की अवधि की फसल है। इसकी उपज क्षमता 4-7 क्विंटल प्रति. अनु. क्या है बिरसा सोयाबीन-4 किस्म की विशेषताएँ. खरीफ फसलों की कटाई के साथ ही सरकार द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर इन फसलों की खरीद शुरू कर दी जाती है। इस कड़ी में राजस्थान सरकार ने. एस. सोयाबीन एक बहुगुण सम्पन्न दलहनी एवं तिलहनी फसल है। इसके बीज में 40-43. 335, डी. सोयाबीन की प्रताप सोया-1 (आरएयूएस 5) किस्म. एनआरसी 147. सोयाबीन में बीमारी-कीट का नियंत्रण. सोपा के मुताबिक चालू फसल सत्र 2019-20 में सोयाबीन का उत्पादन घटकर 89. सोयाबीन बुवाई के लिए खेत की तैयारी. खरीफ सीजन के लिए फसलों की बुवाई का समय आ रहा है, सोयाबीन ( Soyabean ) खरीफ फसलों ( Kharif Crops ) के लिए एक प्रमुख फसल है, इसकी खेती से किसानों को काफी कमाई (महाराष्ट्र के किसान ने खोजी सोयाबीन की नई किस्म!. This home is currently off market - it last sold on August 30, 1989 for. इस वैरायटी के उत्पादन के बारे में बात करें तो इसका एवरेज उत्पादन 10 से 12 क्विंटल प्रति एकड़ तक है। यानि की एक बीघे में 6 से 7 क्विंटल तक आप. तिलक राज शर्मा, उप. एस. सोयाबीन की किस्में (soyabean ki variety) जेएस- 2029. 20K views, 335 likes, 1 loves, 21 comments, 16 shares, Facebook Watch Videos from Agri Tech: सोयाबीन वैरायटी JS 2098 || 2022 में मचा दिया तहलका ||. नई दिल्ली। देश के सरकारी क्षेत्र के बैंक ऑफ इंडिया ने अपने ग्राहकों के लिए एक अलर्ट मैसेज जारी किया है। इस मैसेज के मुताबिक बैंक की कुछ सेवाएं लगातार. एस. सोयाबीन की खेती,,किस्में और संकर,अन्तःफसल पद्धतियाँ,बीजों की गुणवत्ता,बुआई की विधियाँ,खाद एवं उर्वरक,सिंचाई,निंदाई-गुड़ाई,मुख्य. सोयाबीन की उन्नत खेती कैसे करें -Soyabeen ki Hybrid Kheti Kaise Karen ?सोयाबीन की खेती रबी की फसल की कटाई के बाद गर्मियों में हम सोयबीन की खेती में खेत को बारिश शुरू होने से. इस वीडियो में सोयाबीन वैरायटी ps 1569 के बारे में बताइए जोकि काफी अच्छी रोग. सोयाबीन की ये किस्म 90 से 104 दिन के अंदर पककर तैयार हो जाती है। इस किस्म से करीब 30-35 क्विंटल. >सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी।प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. एमएसीएस 1407 किस्म सोयाबीन: आपको सोयाबीन की इस किस्म के बारे में देखा जाये तो सोयाबीन की एमएसीएस 1407 नाम की यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम. Soybean New variety mp 2023: मध्य प्रदेश के किसानों के लिए सोयाबीन की 3 नई उन्नत किस्मों को मंजूरी मिल गई है। जानें कौन सी है वह 3 किस्म. वहीं सोयाबीन दलहनी फसल होने के बावजूद तिलहन की फसल मानी जाती है. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newजाने सोयाबीन की कोन सी किस्म रहेगी आप के लिए सही (2023) जाने जैविक खेती क्या है और कैसे की जाती हैनई दिल्ली. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. सोयाबीन एमएसीएस 1407 : यह नई विकसित किस्म असम, पश्चिम बंगाल, झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में खेती के लिए उपयुक्त है. Agriculture News: सोयाबीन की खेती करके आज किसान बम्पर पैदावार ले रहे है लेकिन फिर भी किस्मों का चुनाव करने में जरा सी चूक किसानो के. Answer: [C] मध्य प्रदेश Notes: सोयाबीन का भारत में 12 मिलियन टन उत्पादन होता है। यह भारत में खरीफ की फसल है। भारत में सबसे ज्यादा सोयाबीन मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र. सोयाबीन की शीघ्र, मध्यम एवं अधिक समयावधि वाली किस्में तथा उनकी बीज उपलब्धता – सोयाबीन के बदलते हुए मौसम के परिप्रेक्ष्य एवं कीट/रोग. भोपाल । सोयाबीन किस्म एएमएसएमबी 5-18. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 5. खेत की तैयारी के लिए किसान रबी फसल की कटाई (harvesting of rabi crops) के बाद मई के महीने में तीन वर्षों में एक बार गहरी जुताई, और आमतौर. अवधि- 90- 95 दिन. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. Kisan भाईयों ने विकसित की Brinjal की नई किस्म, अब देश विदेश में होगी अंधारवाड़ी के बैंगन की खेती : Kisan Bulletin : Grameen Newsबिरसा कृषि विश्वविद्यालय में विकसित सोयाबीन की उन्नत किस्म. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी June 2, 2021 June 2, 2021. . मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. एच. 2034 (js 2034). कर्नाटक. सूरजमुखी-चना और मूंगफली-सूरजमुखी. भारत दुनिया के. 20 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सोयाबीन के रेट में बढ़ोतरी, किसानों को न्यूनतम 5400 रुपये प्रति क्विंटल पर बेचने की सलाह – किसानों को सुझाव है कि. वर्ष 2021 के दौरान अधिसूचित सोयाबीन की नवीनतम किस्म की विशेषताएं. छत्तीसगढ़. सोयाबीन बीज की जीवन क्षमता को बढ़ाने के लिए उन्नत प्रबंधन तकनीकें. सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. भारत के कई राज्यों में सोयाबीन की बुवाई हो चुकी है और कई जगहों पर अब भी बुवाई होने लग रही है। लेकिन किसान भाइयों को सोयाबीन की खेती करने से पहलेसोयाबीन की इन 7 नई किस्मों की हुई सिफारिश फसल से बढ़िया पैदावार लेने के लिए मिट्टी में पोषक तत्वों की जांच कर उपजाऊ क्षमता बड़ाए, यह. com. आर. नई दिल्ली: अक्सर कई पौधों में फलों या फूलों के झड़ने की समस्या देखने को मिलती है। इससे पैदावार में बहुत कमी आ जाती है। अगर संबंधित फसल की खेती. SI. कहना है कि बहुत से किसान औषधीय गुणों वाले धान की किस्म के. मध्यम अवधि की किस्म है जो सिर्फ 94 दिनों में पक जाती है। इसकी औसत उपज 16. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা-जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. . 80 से. सोयाबीन की बुआई करने से पहले किसानों को सबसे पहला काम खेत को तैयार करना होता है। जिस खेत में इसकी फसल बोई जानी है उसे कल्टीवेटर से. में सोयाबीन. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात,. आरएके कॉलेज के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन के बीज की नई किस्म इजाद. मानसून की. मानसून की शुरुआत से पहले, सोयाबीन के बीज का अंकुरण परीक्षण किया जाना चाहिए। किसान इसे अपने घर में टॉवल पेपर में कर सकते हैं या जूट के. बुवाई के लिए सीड कम. यह किस्म देश के बासमती धान उगाने वाले समस्त क्षेत्र और सिंचित अवस्था में बुआई के लिए उपयुक्त मानी गई है। धान की यह सुगंधित मध्यम. California DRE #1522444. 100 मिमी वर्षा होने पर ही करें सोयाबीन की बोनी – कृषि विभाग द्वारा किसानों को खरीफ फसल के संबंध में उपयोगी सलाह दी है। जिसके अनुसार. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. 03 अगस्त 2023, भोपाल: 30-45 दिन की सोयाबीन फसल में न करें खरपतवार नाशकों का उपयोग – भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान- इंदौर द्वारा 31 जुलाई से 6 अगस्त 2023 की अवधि के. 10 अक्टूबर 2023, भोपाल: चावल की किस्म एएसडी 21 (एएस 15024) (आईईटी 29799) – भारत सरकार ने केंद्रीय बीज समिति के परामर्श के बाद भारत में कृषि के प्रयोजनों के लिए चावल की एक. इस बार बासमती 370 की जगह बासमती की नई किस्म 123 और 138 की पैदावार की जाएगी. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. सोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म – सोयाबीन की खेती में, किसानों को अधिक उपज देने वाली किस्म की. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. मी. ikhedutputra ब्लॉग में आप सभी किशान भाईयो का तहे दिल से स्वागत है। आज के इस आर्टिकल में भारत की बेस्ट 6 सोयाबीन की वैरायटी (Bharat Ki Top 6 Soybean Ki Varieties) के बारे में हम आज अधिक. प्रमुख गुण (soybean variety NRC 86) इस किस्म के पौधों की ऊँचाई अधिक लगभग 75. 5 प्रतिशत प्रोटीन, 19-20 प्रतिशत वसा पाया जाता है। इसका दूध रासायनिक विश्लेषण की दृष्टिअंकुरण परिक्षण. प्रतापगढ़. जे एस 335-सोयाबीन की उन्नत किस्म, पीले दाने वाली और शीघ्र पकने वाली 100 से 105 दिन इस किस्म में फूल बैंगनी रंग के होते है एवं फलियां चिकनी और. एम डी व्यास,डॉ. सोयाबीन की यह प्रजाति 2019 में विकसित की गई है| यह किस्म 111 से 120 दिन में पककर तैयार हो जाती है | इसका उत्पादन 25 क्विंटल प्रति हैक्टेयर है | सोयाबीन की यह किस्म लगभग मध्यम अवधि लगभग इनका 91-94 दिवस में आने वाली तथा मोजेक निरोधक किस्म के गुण के कारण जो कि आज की बहुत बड़ी समस्या. Livesoyabean js 2098 Verity jankari #farming#kisan#js2098#agrifarming#indianfarmer#khetikisan#jaykisanकृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन के अन्तर्गत आयोजित समूह प्रथम पंक्ति प्रदर्शनों (तिलहन) में सोयाबीन फसल की नवीन उन्नत किस्म. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. सोयाबीन की. रसों की पूर्वी और उत्तर पूर्वी राज्यों के लिए उपयुक्त अधिक उपज देने वाली एंव कम अवधि में पक कर तैयार हो जाने वाली किस्में नीचे तालिका में दी गई हैं।Soybean Farming in Hindi – भारत और पूरी दुनिया में सोयाबीन की खेती (Soybean Ki Kheti) की जाती है। सोयाबीन की खेती का इतिहास (History of soybean cultivation) बहुत ही पुराना है। सबसे पहले सोयाबीन की. बिरसा सोयाबीन-4 प्रभेद के पौधों की ऊंचाई 55 से 60 से. सोयाबीन की तीन नई किस्मों को मध्य प्रदेश में मंजूरी मिली. वो आगे बताते हैं, "इस किस्म की सबसे खास बात ये होती है कि गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई, एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और डिफोलिएटर जैसे कई कीट-पतंगों. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. ए. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. Phone: (0755) 4248100. कृ. प. वर्ष 2005 में कृषि क्षेत्र को बढ़ावा देने हेतु भारत सरकार द्वारा हरित क्रांति-कृषोन्नति योजना (Green Revolution Krishonnati Yojana) की शुरुआत. सोयाबीन से बनने वाले मिसो , tempeh , natto आदि भी खमीरीकरण से ही तैयार किये जाते हैं। इसलिए ये पचने में आसान और फायदे मंद होते है। सोयाबीन का. चीन में धान की ऐसी किस्म विकसित की है, जिसकी भूसी से ज्यादा तेल निकल सकता है. मूंग की अधिक उपज देने वाली किस्म आईपीएम 410-3. . देश में कोरोना संक्रमण की स्थिति बेहद गंभीर है। दिन- प्रतिदिन बढ़ रही कोरोना संक्रमितों की संख्या ने देश में मेडिकल आपातकाल जैसी स्थिति है। गंभीर. 1. 0, 7. उत्तर मैदानी क्षेत्र में सोयाबीन की किस्में जैसे पूसा 12, एनआरसी 130 अच्छी किस्म मानी जाती हैं। जबकि मध्य भारत जिसमें मध्य प्रदेश भी आता है वहाँ के लिए. वर्ष 2019 में, भारत ने व्यापक रूप से तिलहन के साथ-साथ पशु आहार के लिए प्रोटीन के सस्ते स्रोत और कई पैकेज्ड भोजन के तौर पर सोयाबीन की खेती करते हुए इसका लगभगसोयाबीन की उन्नत क़िस्में 2021 एवं उनकी विशेषताएँ-सोयाबीन की बुआई का कार्य जून माह के दुसरे सप्ताह से शुरू हो जाएगा, इसके लिए किसानों कोसोयाबीन की अधिक उपज देने वाली और कीट प्रतिरोधी नई किस्म देशव्यापी उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है. सोयाबीन की बुवाई के लिए हमेशा प्रमाणिक बीज ही उपयोग में लेना चाहिए। यदि स्वयं के खेत में पिछली बार बचाए गए बीज प्रयोग में ले रहे है तो. . -भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, खंडवा रोड, इंदौर (मप्र) ईमेल: [email protected] Cultivation (फसल की खेती) Horticulture (उद्यानिकी) Animal Husbandry (पशुपालन) Farming Solution (समस्या – समाधान) Mandi Rate (मंडी रेट) Industry News (कम्पनी समाचार) Government Schemes (सरकारी योजनाएं)Thursday, 4 August, 2022सोयाबीन नई विकसित किस्म बिरसा सोयाबीन-4. कृषक जगत 23 अगस्त : किसानों की नियति में संघर्ष ही लिखा है। हर समय कुछ न कुछ मार झेलते रहते हैं । कभी प्रकृति की, तो कभी उचित दाम न मिलने की मार।@agri_tech #soyabean ki Variety, #best soyabean Variety soyabean ki badi soyabean ki kheti soyabean ki badi ke fayde soyabean ki fasal सोयाबीन की बडी. सोयाबीन की इस किस्म 2172 soybean variety detail in Hindi का तना मजबूत होने से (लाजिंग) आड़ा पड़ने की समस्या नहीं, पौधे की ऊँचाई एवं फैलाव अच्छा होने से. Top 10 Soybean Varieties in 2023 - सोयाबीन की नई किस्म | फुले संगम सोयाबीन | सोयाबीन की उन्नत किस्में mp, up, राजस्थान, महाराष्ट्र, झारखंड गुजरात, दक्षिण भारत सोयाबीन की नवीन किस्म आर. सी. सोयाबीन की उन्नत उत्पादन तकनीक, बुवाई के समय किये जाने वाले कार्य, मेढऩाली पद्धति से सोयाबीन की खेती, सिंचाई, खरपतवार नियंत्रण. ए. 06 नवम्बर 2023, नई दिल्ली(मधुकर पवार): प्याज के दाम बढ़े तो किसानों को भी. 1042। इनमें से जे. Choose your language हिन्दी ; ಕನ್ನಡ ; తెలుగు ; मराठी ; ગુજરાતી; বাংলা -जिले में सोयाबीन की नई किस्म से ज्यादा पैदावार और बेहतर दाम की उम्मीद वैज्ञानिक दे रहे अपनाने की सलाह प्रेमविजय पाटिल धार नईदुनिया जिले के कि सानों को. खरीफ सीजन में यदि तिलहन फसलों की बात कि जाए तो सोयाबीन सबसे मुख्य फसल है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की मानें तो इस वर्ष सोयाबीन के बुआई रकबे में. कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से सोयाबबीन में खरपतवार प्रबन्धन विषय पर किसान गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केन्द्र. #shorts #trending #soyabean #shortmakka ki khetisoyabean ki khetisoyabean varietysoyabean ki kismmakka ki kheti kais. सभी किसान भाई इस वक्त खरीफ की फसल बोने की तैयारी में लगे हुए हैं इस समय किसानों के हित के लिए NCR की नई किस्म को मंजूरी दी गई है यह सोयाबीन (Soyabean newनई दिल्ली. 33 लाख टन था। नई फसल की आवक के समय. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. 1569 Cedarglen Rd is a 2,088 square foot house on a 0. 5, 5. 1. अधिक उपज देने वाली गेहूं की किस्म HI 1620 इन क्षेत्रो के लिए उपयुक्त है: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान (कोटा और उदयपुर डिवीजनों को. सी. सोयाबीन की इस किस्म (Soyabean New Variety) के बारे में बताये तो सोयाबीन की इस किस्म में दाने का रंग पीला, फूल का रंग सफेद तथा फलिया फ्लैट होती है। यह. भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान, इंदौर ने अपना 35 वां स्थापना दिवस मनाया। इसमें भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद के शीर्षस्थ अधिकारी डॉ. सोयाबीन की नई फसल की आवक मंडियों में काफी कम है। अगस्त में बहुत कम बारिश की वजह से मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में. विगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. हेडगेवारसोयाबीन की सबसे बेस्ट वैरायटी - आरकेएस 24 (RKS 24) Soybean Variety है। सोयाबीन की उन्नत किस्म उत्तरी पहाड़ी - हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड क्षेत्र के. सूरजमुखी की लाभदायक फसल प्रणालियाँ. होने से व अंकुरण क्षमता अच्छी होने से कम बीज दर पर अधिक उत्पादन देने. 29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें – सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के. इस सोयाबीन की किस्म soybean best variety को ईजाद करने के लिए लगातार 10 वर्षो तक रिसर्च किया गया इसमें R. प्रखंड तकनिकी प्रबंधक योग्य की सूची जिला स्तरीय आशुलिपिक. एस. तिलहनी फसलों में गंधक का महत्वसोयाबीन का दही बड़ा. नई दिल्ली: आईएनआई फार्म्स ने. सोयाबीन की नई फसल को इस बार भाव समर्थन मूल्य के आस-पास के भावों में बिकना शुरु हुआ है, जो वर्तमान में 3800 रु/q से लेकर अच्छी क्वालिटी का 5400. लखनऊ। हर वर्ष मोजेक वायरस की वजह से सैकड़ों हेक्टेयर फसल खराब हो जाती है, लेकिन हाल ही में खोजी गई नई किस्मों में इस वायरस का कोई असर नहीं हो सकेगा। इन पर. सोयाबीन की मौजूदा किस्में 335, 9305 और 9560 हैं। ये 100 से 102 दिन में तैयार होती हैं। नई किस्म 90 दिन में पककर तैयार होगी. सोयाबीन में NPK 19, 19, 19 और इफको की सागरिका खाद, धनजाइम गोल्ड 30 ml प्रति 15 लिटर घोल/ एकड़ फसल की अच्छी ग्रोथ के लिए सबसे अच्छा प्रमोटर माना गया. 11-07 अनेक रोगों एवं कीटों हेतु प्रतिरोधी पाई गई है। यह किस्म इंडियन बड ब्लाइट, पॉट ब्लाइट रोगों तथा स्टैम फ्लाई और गर्डल. 2K views, 18 likes, 0 loves, 1 comments, 1 shares, Facebook Watch Videos from Krishak Jagat: सोयाबीन की नई किस्मों को लगाने वाले किसान इंदौर (4 सितंबर ) : सोयाबीन की खेती में नुकसान के कई कारणनई किस्म की पौधे की ऊंचाई 95 सेमी है तथा इसके तने काफी मजबूत हैं. सोयाबीन का दही बड़ा. अगर आप भी खरीफ सीजन में सोयाबीन की खेती करना चाहते हैं तो हम आपको इस तिलहनी फसल के उस किस्म के बारे में बताने जा रहे हैं, जिससे आप ज्यादा से ज्यादा. सिंह निदेशक भारतीय सोयाबीन अनुसंधान संस्थान इंदौर ने बताया कि इस वार्षिक बैठक में सोयाबीन की कुल 7 नई किस्मों के. सोयाबीन की टॉप वैरायटी PS -1569 | Soyabean ki top variety | 1569 soyabean Follow me👇👇. सोयाबीन की नई किस्म से आए सामाजिक बदलाव. 27 सितम्बर 2023, नई दिल्ली: इस वर्ष सोयाबीन की नई फसल के आगमन में देरी होने की संभावना है: सोपा – सोयाबीन प्रोसेसर्स. शर्मा ने कहा कि सोयाबीन में हानिकारक कीटों की अपेक्षा मित्र कीटों की संख्या ज्यादा होती है। जिनसे शत्रु कीटों को बड़ी संख्या में कम किया जा सकता है. Website: रबी. 02 सितम्बर 2022, नई दिल्ली: उत्तराखंड में खरीफ में उगाने के लिए उपयुक्त सोयाबीन की किस्में (पहाड़ियों के लिए) – उत्तराखंड (पहाड़ियों) में खरीफ में उगाने के. ब. महाराष्ट्र. सोयाबीन की नई किस्म पी एस 1569 , फलियों की अवस्था में ।62 से 65 दिन की फसल में पौधो. Nagar, Zone - 1, Bhopal - 462011 Madhya Pradesh INDIA. यहां बता दें कि सोयाबीन जैसी नियमित तेल वाली फसलों की तुलना में धान में प्रति किलोग्राम कम तेल उपज के बावजूद, धान का प्रति हेक्टेयर. एस. मध्यप्रदेश में प्रमुख रूप से सोयाबीन की फसल अधिक बोई जाती है। एमपी के लिए 5 प्रमुख (MP ke liye Soybean ki 5 Pramukh kismen) सोयाबीन की किस्में डॉ. अगर भोजन में नॉनवेज (मांस) की सभी अच्छाइयों को उसके बिना नुकसान से पाना चाहते हैं तो सोयाबीन की बड़ी (Soyabean Chunks) से बेहतर कोई आहार नहीं है. आईसीएआर ने गेहूं की नई किस्म एचडी-3385 विकसित की: मुख्य बिंदु. सोयाबीन की ‘एमएसीएस 1407’ किस्म कीट प्रतिरोधी भी है। यह गर्डल बीटल, लीफ माइनर, लीफ रोलर, स्टेम फ्लाई. सोयाबीन की इस किस्म की बुआई का सही समय 15 जून से 30 जून तक है. सोयाबीन बारिश के मौसम की फसल मानी जाती है। सागर के युवा किसान ने गर्मी में सोयाबीन की अच्छी खासी पैदावार करके आसपास के किसानों को हैरान कर दिया है। यही. 23 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: आसियान-भारत बाजरा महोत्सव 2023 इंडोनेशिया के. के. सोयाबीन की ये किस्मे देगी एक एकड़ में भरपूर पैदावार, किसानो की होगी बल्ले बल्ले। आपको बता दे की कुछ ही दिनों में सोयाबीन की बुआई शुरू. महत्वपूर्ण खबर:सोयाबीन मंडी रेट (30 जुलाई 2022 के अनुसार) अनुसंधान केंद्र मुरैना द्वारा सोयाबीन की नई किस्म आरवीएसएम 2011-35 विकसित. . 9560 (js 9560). उन्होंने कहा, ‘‘सोयाबीन की इस किस्म की सबसे बड़ी खासियत यह है कि बुआई के बाद इसकी फलियों में दाना भरते समय 20-25 दिन बारिश न होने पर भी यह. प्रबंधन – रोग प्रतिरोधक किस्में इंदिरा सोया-9, डी. जड़ सडऩ. हाई रिच सीड्स MD-S-9001 सोयाबीन की किस्म जिसकी बीजदर 23-25kg प्रति एकड़ होती इसमें डालियों का फूटाव अधिक होता है जिससे प्रति डाली फूल और फलियों की…डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) डीआरआर धन 53 (आईईटी 27294) एक उपन्यास टिकाऊ बैक्टीरियल ब्लाइट प्रतिरोधी उच्च उपज देने वाले महीन दाने वाली चावल की किस्म है जिसमें चार. 2. भारत सरकार द्वारा इसी वर्ष अधिसूचित 95 दिनों की समयावधि में पककर औसतन 2 टन/हेक्टेयर उत्पादन क्षमता वाली इस किस्म में पीला मोजेक एवं चारकोल रॉट. सोयाबीन RVS 2001-4 की विशेषताएं. चावल की एक नई किस्म मोही सुगंधरा का उत्पादन राजस्थान में किया जा रहे हैं। यह बासमती चावल के समान ही. 5. यहां पर किसान आज से नहीं लगभग पिछले 100 साल से सोयाबीन की खेती कर रहे हैं और लोगों को उसका फ़ायदा उठाने का. भूमि का चयन एवं तैयारी-सोयाबीन की खेती उन खेतों में ही करें जहां जलभराव की समस्या न हो ।ग्रीष्म कालीन गहरी जुताई के बाद 15-30 दिवस खेत खाली छोडऩे पर जमीन के. सी. इस किस्म से 10 क्विंटल तक अधिक उत्पादन. इससे किसानों की आय भी. सोयाबीन हेतु जलवायु : सोयाबीन की अच्छी वृद्धि तथा उपज के लिए गर्म और नम जलवायु की आवश्यकता होती है। सोयाबीन के बीजों के अंकुरित होने. आई. 21 तथा फुले कल्याणी आदि की बुवाई करें। रबी एवं गर्मी में सोयाबीन की. भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान संस्थान की निदेशक डॉ. सोयाबीन की नई किस्म एनआरसी 127 की सिफारिश | Kota News | undefined News | Patrika News होम इंडिया राज्य मनोरंजन खेल विश्व ऑटोमोबाइल गैजेट बिजनेस स्वास्थ्य धर्म. . सिंह ने जानकारी दी कि पूसा बासमती-1509 को सुधारकर पूसा बासमती-1847 किस्म विकसित की है। 125 दिन की परिपक्वता है और अन्य गुण 1509 समान है. सोयाबीन - [वैज्ञानिक नाम="ग्लाईसीन मैक्स"] सोयाबीन फसल है। यह तिलहन के बजाय दलहन की फसल मानी जाती है। सोयाबीन दलहन की फसल है शाकाहारी. 20 करोड़. 1569 सोयाबीन किस्म ps 1569 soybean variety // Ps 1569 soybean variety ki jankari // soybean ps 1569सोयाबीन की खेती:. 16 नवम्बर 2023, नई दिल्ली: सीएनएच ने आईसीएआर-सीआईटीएच श्रीनगर के साथ किया एमओयू – सीएनएच ने भारत में फलों की तुड़ाई तकनीक के संबंध में. एस. अधिक उपज देने वाली गेहूँ की किस्म DBW 93 October 19, 2022. विश्व स्वास्थ्य दिवस और भारत की भूमिका; जन्मतिथि चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ( इस वर्ष 22 मार्च) पर विशेष- हिंदू राष्ट्र विचारक- डॉ. एम डी व्यास,डॉ. Soyabean New variety 2023 : इस समय किसान साथी खरीफ फसल की बुवाई की तैयारी में लगे हुए हैं। इसी बीच किसानों हेतु NRC की नई किस्म को मंजूरी दी गई है। ये सोयाबीनविगत कुछ वर्षों से सोयाबीन फसल में फफूंदजनित रोग गेरूआ रोग, पीला मोजेक रोग, चारकोल सडऩ, का प्रकोप प्राय: देखा जा रहा है एवं इससे सोयाबीन के उत्पादन में. सोयाबीन की कई उन्नत किस्में आती हैं। कुछ अलग-अलग प्रदेशों की मिट्टी के हिसाब से वहां के किसानों को इस्तेमाल करनी चाहिए। उदाहरण के.